NEET Scam: आज सुप्रीम कोर्ट में NEET के दोबारा एग्जाम होने की सुनवाई हुई है, सुनवाई के दौरान CJI ने कहा है कि अब यह परीक्षा दोबारा नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद पूरे देश में हलचल मच गई है पिछले 3 महीने से छात्र जिस उम्मीद में बैठे थे आज सुप्रीम कोर्ट के इस सुनवाई के बाद वह उम्मीद भी टूट चुकी है। तो चलिए पूरे विस्तार से आपको बताते हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा क्यों कहा।
हाईलाइट
सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा
सुनवाई के दौरान CJI ने कहा की 108000 सीटों के लिए 23 लाख से ज्यादा छात्रों ने परीक्षा में हिस्सा लिया इनमें 52 हजार निजी कॉलेजों और 56000 सरकारी कॉलेज में सीट है परीक्षा में 180 प्रश्न भी होते हैं और जिनमें कुल अंक 720 होते हैं और गलत उत्तर के लिए एक नकारात्मक अंक होता है। ऐसे में इस परीक्षा को दोबारा करवाना संभव नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि NEET UG की परीक्षा दोबारा नहीं होगी CJI ने कहा कि सीबीआई की जांच अभी अधूरी ही है इसलिए NTA से गड़बड़ी की स्पष्ट जानकारी देने को कहा गया है।
तथ्य के हिसाब से पेपर लीक नहीं हुई
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उनके समक्ष प्रस्तुत सामग्री और आंकड़ों के आधार पर प्रश्न पत्र के व्यवस्थित लीक होने का कोई संकेत नहीं है जिससे परीक्षा की सुचिता में व्यवधान उत्पन्न होने का संकेत मिले। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने बताया कि तथ्य उनके सामने उपलब्ध है और उसके मद्दे नजर दोबारा परीक्षा करना न्यायोचित नहीं होगा इसलिए यह परीक्षा दोबारा नहीं हो सकती।
री एग्जाम का परिणाम सही नही होगा
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस साल के लिए नए सिरे से NEET UG परीक्षा आयोजित करने का निर्देश देना गंभीर परिणामों से भरा होगा जिसका खामियाजा इस परीक्षा में शामिल होने वाले 24 लाख से अधिक छात्रों को भुगतना पड़ेगा और प्रवेश कार्यक्रम में व्यवधान पैदा होगा, साथ ही मेडिकल एजुकेशन के सिलेबस पर व्यापक प्रभाव भी पड़ेगा भविष्य में योग्य डॉक्टरों की उपलब्धता पर असर पड़ेगा और वंचित समूह के लिए गंभीर रूप से नुकसानदेह होगा जिसके लिए सीटों के आवंटन में आरक्षण किया गया था।
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