Weather: देश के सभी राज्यों में मानसून पूरी तरीके से दस्तक दे चुका है।मानसून का सबसे बड़ा असर पहाड़ी इलाकों में देखने को मिल रहा है जहां लगातार बारिश हो रही है और इसकी वजह से बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न होते हुए दिखाई दे।
हाईलाइट
दिल्ली के लिए जारी हुआ येलो अलर्ट
अगर आप दिल्ली में रहते हैं और सुहाने मौसम का इंतजार कर रहे हैं तो आपके लिए आज की खबर बहुत जरूरी है। क्योंकि आज राजधानी में मौसम सुहाना हो सकता है। लेकिन ऐसे में आपको कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है जिसको लेकर मौसम विभाग ने दिल्ली वालों को येलो अलर्ट पर रखा है। IMD ने आज ही नहीं अगले दो दिनों तक राजधानी में येलो अलर्ट जारी किया है। जिसके अनुसार अगले दिनों तक राजधानी में बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने कहा है की बारिश होने के बाद दिल्ली वालों को कुछ हद तक गर्मी से निजात मिल सकती है। आज दिल्ली में अधिकतम तापमान 32 डिग्री है तो वही न्यूनतम तापमान 27 डिग्री है। बारिश हो जाने के बाद तापमान में गिरावट भी देखने को मिलेगी।
यूपी के इन जिलों को गर्मी से मिलेगी निजात
उत्तर प्रदेश में रुक-रुक कर हो रही बारिश से लोगों को उमस भरी गर्मी से निजात नहीं मिल रही है। ऐसे में लोग गर्मी से निजात के लिए बस भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि जल्द बारिश हो। वही बारिश को लेकर IMD ने आजमगढ़, बलिया, मऊ, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, कुशीनगर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती के साथ ही लखीमपुर खीरी, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत के अलावा अन्य जिलों में बारिश हो सकती है। बारिश होने के बाद लोगों को कुछ हद तक उमस भरी गर्मी से निजात मिलेगी।
हिमाचल प्रदेश में फिर दिख रहा बाढ़ का असर
हर साल पहाड़ी इलाकों में कुदरत का कहर देखने को मिलता रहा है। पहाड़ी इलाकों में कहीं बादल फटते है तो कहीं लैंडस्लाइड के मामले सामने आते हैं। तो कहीं नदियों का जलस्तर इस कदर बढ़ जाता है कि बाढ जैसे हालात उत्पन्न हो जाते हैं। ऐसा ही कुछ फिर से हिमाचल प्रदेश में देखने को मिल रहा है। यहां लगातार हो रही बारिश के बाद से 12 जिलों में से सात जिलों कांगड़ा, सिरमौर, चंबा, शिमला, कुल्लू, किन्नौर और मंडी के अलग-अलग हिस्सों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। वही मौसम विभाग ने कहा है कि 9 और 10 अगस्त को यहां भारी बारिश हो सकती है इसीलिए इन इलाकों को येलो जोन में रखा गया है। लोगों से अपील की गई है कि वह अपने घरों से कम से कम बाहर निकले। बताते चलें कि भूस्खलन और बाढ़ की वजह से प्रदेश में 57 सड़कों को बंद कर दिया गया है।