Agniveer Jobs Latest News 2024: किसी भी देश की ताकत को समझने के लिए उसके डिफेंस सिस्टम को जानना बहुत जरूरी होता है। यदि किसी देश की सेवा मजबूत है तो उस देश को काफ़ी मजबूत समझा जाता है। अभी हाल ही में Agniveer Scheme को लेकर एक खास अपडेट्स देखने को मिली, जिसके तहत 60–70% अग्निवीरों को Indian Military में परमानेंट किया जाएगा। तो चलिए इससे जुड़ी पूरी खबर जानते हैं।
Agniveer Jobs में बड़ा बदलाव
आप सभी को पता होगा की Agniveer Scheme के तहत सेना में भर्ती होने वाले जवानों में से केवल 25% जवानों को सेना में परमानेंट करने का प्रावधान था, लेकिन अब इसमें बदलाव होने की उम्मीद है। ऐसा कहा जा रहा है की अब भर्ती होने वाले जवानों में 25% से ज्यादा जवानों को सेना में परमानेंट कर दिया जायेगा, लेकिन इस बदलाव पर एक सवाल उमड़ रहा है कि आखिर अचानक सरकार फिर से पुराने मैथड की ओर क्यों जा रही है? जिस प्रकार पहले सेना में इच्छुक युवाओं को भर्ती लिया जाता था, कहीं ना कहीं अग्नि वीरों को परमानेंट कर सरकार फिर पुराने मेथड की ओर वापस जा रही है।
क्या है Agniveer Scheme
अग्निवीर योजना भारत सरकार द्वारा सैनिकों की भर्ती के क्षेत्र में एक बड़ा कदम है। 16 जून 2022 को यह योजना लागू की गई थी इसके तहत ऑफिसर ग्रेट से नीचे सैनिकों की भर्ती की जाती है। इस योजना के तहत मेरिट के आधार पर देशभर से युवा सेना में भर्ती हो सकते हैं। इस योजना के जरिए भर्ती होने वाले सैनिकों को अग्निवीर कहा जाता है।
भारत के डिफेंस सिस्टम की एक बड़ी ही खास बात है कि यहां, सेना में कार्यरत सैनिकों को बिना किसी जाति या भेदभाव के केवल देश प्रेम की भावना और उनके शारीरिक बल के कारण चयनित किया जाता है। इस योजना के तहत सैनिक 4 वर्षों के लिए चयनित होते हैं और फिर उनमें से 25 प्रतिशत सैनिकों को परमानेंट कर दिया जाता है बाकी के अग्निवीरों को उनकी कौशलता के अनुरूप स्किल सर्टिफिकेट दे दिया जाता है, जो भविष्य में उनके लिए रोजगार के रास्ते खोलेगा। इन्ही 25% अग्निवीरों की संख्या सेना में बढ़ाने की बात चल रही है।
क्यों करने पड़ रहे है बदलाव
Defense officers का कहना है कि इस बदलाव का कारण आपसी संबंधों को बढ़ाना और एक दूसरे को साथ लेकर चलने की इच्छा को बढ़ाना है। किसी भी संगठन का हित होता है की भाईचारे और रेजीमेंट भावना वाले सैनिक एक साथ मिलकर लड़े, और इसी चीज को लेकर सभी के बीच Agniveer जवानों को सेना में परमानेंट करने का विचार रखा जा रहा है।
आपको बता दें कि जब Agniveer Scheme की घोषणा की गई थीं तब सैनिकों के लिए ट्रेनिंग पीरियड 37 से 42 हफ्ते के बीच का था जिसे बाद में घटाकर 24 हफ्ते कर दिया गया था। इससे यह फीडबैक सामने आया कि ऐसा करने से सैनिकों पर काफी निगेटिव प्रभाव पड़ रहा था, साथ ही भारत के जवानों के मन से अपने देश के लिए लड़ने की इच्छा भी समाप्त हो रही थीं। इसके अलावा सेवा में बार-बार अग्नि वीर सैनिकों की भर्ती करने पर अत्यधिक सरकारी धन भी खर्च हो रहे थे शायद इन्हीं कारणों से सरकार इतना बड़ा बदलाव करने का विचार कर रही है।
Agniveer Scheme में क्या बदलाव की उम्मीद
अब भारतीय सेना इस बात पर विचार कर रही है की अग्निवीरों के लिए ट्रेनिंग पीरियड को आम सैनिकों के ट्रेनिंग की तरह ही किया जाए जबकि उनके सर्विस टाइम को बढ़ाकर चार के बजाय 7 वर्ष किया जाए। इसके अलावा चयनित अग्निवीरो में से 60–70% सैनिको की नौकरी परमानेंट भी हो सकती है। साथ ही ग्रेजुएट कर्मियों को अन्य कामों के लिए हायर करना भी Agniveer Jobs में बदलाव का एक बड़ा हिस्सा है।