What is Schizophrenia in Hindi : आज के दौर में भी कई लोग ऐसे हैं, जो मेंटल डिजीज को अनदेखा कर देते हैं और सोचते हैं, कि ये सब केवल एक भ्रम है। लेकिन हमें कतई इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए और समय रहते बीमारी से जुड़ी चिकित्सा भी ले लेनी चाहिए, नहीं तो इसका परिणाम बुरा भी हो सकता है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको एक ऐसी मेंटल डिजीज के बारे में बताएंगे, जिसमें लोग अपने ही आस – पास के लोगो से दूरी बनाने लगते हैं। दरअसल, हम बात कर रहे हैं सिजोफ्रेनिया की, यह एक मेंटल डिजीज है। इसके कारण पीड़ित व्यक्ति के सोचने, समझने के तरीके और व्यवहार में बहुत बदलाव आ जाता है। इससे ग्रस्त व्यक्ति को वास्तविकता या फिर अपनी बात सामने रखने में परेशानी होती है, जिसके कारण ऐसे व्यक्ति को सामाजिक एवं व्यावसायिक दोनों ही क्षेत्र में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इस बीमारी से ग्रसित मरीज़ बिना किसी कारण के हर व्यक्ति पर शक करता रहता है और अपनी ही दुनिया में खोया हुआ रहता है। इसके अलावा जो लोग सिजोफ्रेनिया से पीड़ित होते हैं उन्हें हमेशा यही लगता है कि कोई उनके खिलाफ साजिश रच रहा है। ऐसी कुछ अनसुनी बीमारी के बारे में ज्यादतर लोगों को पता नहीं होता है, तो आइए जानते हैं कि क्या है सिजोफ्रेनिया और इस बीमारी के क्या – क्या लक्षण और इलाज है।
Table of Contents
क्या है Schizophrenia
Schizophrenia एक ग्रीक शब्द है, जिसका अर्थ है ‘विभाजित मन’। यह एक मानसिक बीमारी है जिसमें व्यक्ति की विचारशक्ति, भावनाओं और व्यवहार में गंभीर तरीके से बदलाव होते हैं। इसके परिणामस्वरूप, व्यक्ति अपनी वास्तविकता से वंचित हो जाता है और ऐसे व्यक्ति की सामाजिक और परिवारिक संबंधों में कई समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं।
Schizophrenia से ग्रस्त मरीज़ एक तरह की काल्पनिक दुनिया या भ्रम की स्थिति में रहने लगता हैं। उनका देखने का नज़रिया वास्तविक दुनिया से अलग होता है, जो सिजोफ्रेनिया से पीड़ित होते हैं उन्हें हमेशा यही लगता रहता है कि कोई उनके खिलाफ साजिश कर रहा है और इसके अलावा व्यक्ति को समय – समय पर दौरे भी पड़ते हैं।
अपने ही लोगो से होने लगते हैं दूर
Schizophrenia के रोगियों का मुख्य लक्षण डर होता है, वे हमेशा अपने ही रिश्तेदारों से डरते हैं और अपने ही आस-पास के लोगों या रिश्तेदारों के बारे में अजीब विचार रखते हैं। इसके कारण वे बातचीत में कमी और संबंधों में दूरी बढ़ाते हैं, जिससे उनका सामाजिक जीवन प्रभावित होता है।
क्या है Schizophrenia के कारण
आपको बता दें सिजोफ्रेनिया के कई कारण हो सकते हैं, जैसे-
१) एनवायरमेंटल फैक्टर्स
२) न्यूरोलॉजिकल कंडीशन
३) आनुवंशिक
४) करियर
५) जॉइंट फैमिलीज का टूटना
६) पैसा कमाने की जिद
७) ज़िम्मेदारियां
८) मानसिक तनाव
सिजोफ्रेनिया डिजीज के लक्षण
१) अजीब चीजें महसूस करना
२) हमेशा भ्रम की स्थिति में रहना
३) जीवन को लेकर निराशा
४) कई चीजें दिखना
५) कार्यक्षमता खो देना
६) सुस्त महसूस करना
७) लगातार मूड में बदलाव
८) दुखी महसूस करना
क्या है सिज़ोफ्रेनिया का इलाज
१) साइकोलॉजिकल इंटरवेंशन, पारिवारिक थेरेपी और भी कई थेरेपी से व्यक्तियों को अपने लक्षणों को पहचानने और उनमें सुधार करने में सहायता कर सकते हैं।
२) रेहबिटिलेशन के माध्यम से मरीज को ठीक किया जा सकता है।
३) गंभीर स्थितियों में अस्पताल में भर्ती होना आवश्यक हो सकता है।
Schizophrenia का रोकथाम
इस बीमारी में जितनी जल्दी हो सके विकार की पहचान और उपचार करने से परिणामों में सुधार हो सकता है और लक्षणों की गंभीरता कम हो सकती है, साथ ही तनाव कम करने और इससे निपटने का प्रयास करना चाहिए। मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और खुले संवाद को बढ़ावा देना व्यक्तियों को जरूरत पड़ने पर मदद लेने के लिए प्रोत्साहित कर सकता है।
आपको बता दें सिज़ोफ्रेनिया एक जटिल और चुनौतीपूर्ण मानसिक विकार है जो दुनिया भर में लाखों व्यक्तियों को प्रभावित करता है। इसे रोकने का कोई निश्चित तरीका तो नहीं है, लेकिन उचित उपचार और एक मददगार वातावरण सिज़ोफ्रेनिया से पीड़ित लोगों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है।
Read Also: मानसून में बीमारियों से बचना है तो अपनाएं यह आयुर्वेदिक उपाय!