UP Daily News Update: उत्तर प्रदेश के एक जिले से एक मामला सामने आया है। यहां पर स्कूल के शिक्षकों की लापरवाही सामने देखने को मिली है जहां छुट्टी होने पर एक मासूम बच्चे को स्कूल के कमरे में ही छोड़ दिया और उसके बाद घर चले गए। जिसके बाद बच्चा स्कूल के कमरे में रोता बिलखता रहा।
हाईलाइट
शिक्षकों और कर्मचारियों की दिखीं लापरवाही
उत्तर प्रदेश में सरकारी विद्यालयों में अक्सर देखा जाता रहा है कि अध्यापकों की कोई न कोई कमी सामने आ ही जाती है। कभी स्कूल के अंदर बच्चों से झाड़ू लगवाई जाती है तो कभी शिक्षक कुर्सी पर बैठकर बच्चों को पढ़ाने की जगह सोते हुए नजर आते हैं। लेकिन अबकी बार शिक्षकों और कर्मचारियों की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां पर एक के छात्र को स्कूल के शिक्षक और कर्मचारी स्कूल के कमरे में बंद कर गए जिसके बाद बच्चा रोता बिलखता रहा।बताते चले कि मामला उन्नाव जिले का है। यहां एक सरकारी विद्यालय बना हुआ है जहां पर बच्चे रोजाना पढ़ने के लिए आते हैं। सोमवार को यहां बच्चे पढ़ने के लिए आए हुए थे। छुट्टी के बाद सभी बच्चे अपने घर चले गए और शिक्षकों ने स्कूल में ताला लगा दिया। कुछ देर बाद बच्चे खेलने के लिए स्कूल के पास में पहुंचे तो देखा कि उनका एक साथ ही स्कूल की कमरे में बंद पड़ा है। इसके बारे में आसपास के लोगों को जानकारी दी गई तो आसपास के लोग मौके पर पहुंचे जहां पर बच्चों को स्कूल का ताला तोड़कर बाहर निकालने का काम किया गया।
ग्रामीणों में दिखीं नाराजगी
मामला फतेहपुर चौरासी क्षेत्र के भुल भुलियाखेड़ा गांव के कंपोजित विद्यालय का है। यहां लोगों ने 2 घंटे तक स्कूल में बंद रहे बच्चे को ताला तोड़कर बाहर निकालने का काम किया। इस घटना के बाद से ग्रामीण काफी नाराज है और उन्होंने शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। वही जब इस मामले की जानकारी बेसिक शिक्षा अधिकारी संगीता सिंह को हुई तो उन्होंने पूरे मामले को लेकर कहा कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच पड़ताल की जाएगी और इस मामले में जो भी लापरवाह होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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