Women’s Infertility And Anemia: विवाह के बाद भारतीय समाज में संतान प्राप्ति की अभिलाषा रखने वाले कपल्स गर्भधारण की तैयारी में जुट जाते हैं और पैरंट्स बनने का ख्वाब देखने लगते हैं लेकिन बढ़ती हुई इनफर्टिलिटी ने लोगों को काफी डरा कर रख दिया है, इनफर्टिलिटी के वैसे तो कई कारण हो सकते हैं लेकिन बहुत से लोग यह नहीं जानते हैं कि इनफर्टिलिटी का एक बहुत बड़ा कारण है एक बीमारी जो अधिकतर महिलाओं में देखने को मिलती है। तो चलिए आज पूरे विस्तार से हम आपको इस बीमारी के बारे में बताते हैं साथ ही खुद की देखभाल कैसे करें यह भी बताते हैं।
Table of Contents
Women Infertility का कारण है यह बिमारी
अधिकतर महिलाएं इस बीमारी से प्रभावित है और अक्सर देखा गया है कि महिलाएं इस बीमारी को कोई बीमारी समझती ही नहीं है। हम बात कर रहे हैं Anemia की यानी खून की कमी। Anemia एक ऐसी स्थिति है जिसमें रेड ब्लड सेल्स या हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है यह महिला प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है और इरेगुलर पीरियड्स ओवुलेशन की समस्या और अन्य प्रजनन स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी बन सकता है इसके Anemia गर्भावस्था और प्रसव के दौरान जटिलताओं के जोखिम को बढ़ा सकता है इसलिए गर्भधारण से पहले स्थिति के बारे में जानना बहुत जरूरी है।
Also Read: IVF Diabetes: क्या डायबिटीज में IVF संभव है? ऐसे रखें खुद का ख्याल!
यह बात तो सभी जानते ही हैं कि Anemia की समस्या आजकल काफी बढ़ती जा रही है और उसके लिए जिम्मेदार है लोगों का जीवन शैली। इस रोग से ग्रसित लोगों में खून की कमी होने लगती है, और खून की कमी होने से महिलाओं में अन्य कई प्रकार की समस्याएं भी खड़ी हो जाती हैं।
Anemia है Women Infertility का जिम्मेदार
महिलाओं में Anemia के कारण रेड ब्लड सेल्स की कमी हो जाती है, जिसके कारण शरीर के सभी अंगों तक ऑक्सीजन पहुंचना मुश्किल हो जाता है। ऐसी स्थिति में अगर आपके शरीर में खून की कमी हो जाए तो बाकी सभी अंगों पर उसका दुष्प्रभाव तो देखने को मिलेगा ही।
ऑक्सीजन की कमी के कारण आपके ओवरी का फंक्शन प्रभावित हो सकता है जिसकी वजह से पीरियड्स अनियमित होना और ओवुलेशन भी पूर्णता बंद हो सकती है। यह सभी कारण महिला के गर्भधारण में रुकावट पैदा कर सकती हैं और अगर कंसीव कर भी लिया तो प्रेगनेंसी ऑपरेशन के दौरान कॉम्प्लिकेशंस आ सकती हैं जिससे भ्रूण नष्ट होने का खतरा भी बना रहता है।
खुद का रखें खास ख्याल
हमने समझा कि Anemia किसी भी महिला के मां बनने के सपने को तोड़ सकती है किस तरह Anemia की बीमारी महिलाओं को प्रभावित करती है लेकिन खून की कमी या एनीमिया जैसी disease से बचने के लिए हमें अपने शरीर का खास ख्याल रखना होगा।
डाइट में बदलाव: किसी भी बीमारी के कारण ऊपर गौर किया जाए तो हम पाएंगे कि हमारी गलत ईटिंग हैबिट्स ने हमारे शरीर के फंक्शंस को काफी प्रभावित किया है। अनियमित भोजन करना, जंक फूड का अत्यधिक सेवन करना हमारे शरीर में काफी बीमारी का जड़ हो सकता है। एनीमिया से बचने के लिए अपने भोजन में आयरन विटामिन बी 12 फोलिक एसिड जैसे तत्वों को शामिल करना बहुत जरूरी है।
यदि आपके शरीर में आयरन की भरपूर मात्रा होगी तो लाल रक्त कोशिकाओं के प्रोडक्शन में भी मदद मिलेगी। जब महिला गर्भवती होती है तब भ्रूण के विकास के लिए विटामिन b12 तथा फोलिक एसिड की आवश्यकता होती है इस प्रकार आप देख सकते हैं कि यह सारे एलिमेंट्स आपके स्वास्थ्य और प्रजनन के लिए कितना जरूरी है। इसके लिए मांस, मछली, रेड मीट, बीन्स, पालक और डेयरी प्रोडक्ट्स आदि को अपने आहार में शामिल किया जा सकता है।
नियमित एक्सरसाइज: अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से व्यायाम या योग करना भी उतना ही जरूरी है जितना की एक स्वस्थ भोजन ग्रहण करना। एक हेल्थी लाइफस्टाइल आपको तभी मिल पाएगी जब आप अच्छे भोजन के साथ व्यायाम को अपने जीवन में उतारे।
स्ट्रेस को करें गुड बाय: इस भाग दौड़ वाले जिंदगी मे स्ट्रेस का होना लाजमी है, लोगों को हर छोटी-छोटी बातों पर स्ट्रेस हो जाता है। पर आपको बता दें कि स्ट्रेस लेने की जो आदत है यह आपके शरीर को अंदर से खोखला बना रही है। यदि आप अच्छा आहार और नियमित एक्सरसाइज कर रहे हैं लेकिन दिन भर आप स्ट्रेसफुल सिचुएशंस में है तो भी आपका शरीर बीमारियों का घर बन जाएगा। शारीरिक हेल्थ के साथ ही साथ मानसिक हेल्थ भी उतना ही जरूरी है। इसलिए कोशिश करें कि ज्यादा से ज्यादा खुश रहे।
बीमारियों को न करें नजरंदाज: पीसीओडी पीरियड्स के दौरान अत्यधिक ब्लीडिंग या किसी प्रकार के ऑटोइम्यून डिजीज की वजह से भी Anemia जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है इसलिए ऐसी किसी भी बीमारी को गंभीरता से ले और डॉक्टर से सलाह लेकर ही किसी दवा का सेवन करना चाहिए।
Also Read: Pregnancy Health Tips: प्रेगनेंसी में तिल खाना है खतरनाक, हो सकता है गर्भपात!